इतने अरसे बाद आज तुम अचानक दिख गए,
देर तक मैं तुम्हे पहचानने की कोशिश करता रहा,
जज्बातों को जलाने की कोशिश करता रहा,
एक टुकड़ा ही सही मिल जाए तुझसे रंज का,
सारी रात मैं दिल को कुरेदता रहा।
देर तक मैं तुम्हे पहचानने की कोशिश करता रहा,
जज्बातों को जलाने की कोशिश करता रहा,
एक टुकड़ा ही सही मिल जाए तुझसे रंज का,
सारी रात मैं दिल को कुरेदता रहा।
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